घटता प्रभाव @ शहर में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने के लिए महापौर ने बुलाई बैठक, नेताओं ने नहीं दिखाई दिलचस्पी
ग्वालियर। नगर के प्रथम नागरिक का लगता है अब प्रभाव घटता जा रहा है या फिर उनकी कोई सुनने को तैयार नहीं है।
यह हम नहीं कह रहे ..यह हकीकत उस वक्त देखने को मिली, जब महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने रविवार को बाल भवन में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई थी। जिसका उद्देश्य 10 अप्रैल को प्रस्तावित भारत बंद को लेकर शहर में सौहार्दपूर्ण वातावरण निर्मित करना था। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि शाम पांच बजे बुलाई गई बैठक में 5 बजकर 40 मिनट तक महज समानता दल पार्टी का एक प्रतिनिधि ही पहुंचा। जबकि महापौर निर्धारित समय पर पहुंच गए थे।
वे अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव व भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा के साथ पदाधिकारिओं का और पत्रकार बैठक शुरु होने का इंतजार करते रहे। 5.40 बजे कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, उप नेता प्रतिपक्ष चतुर्भुज धनौलिया व लतीफ खां मुल्लू के साथ पहुंचे। इसके बाद माकपा व अन्य कुछ दलों के नेता पहुंचे। कुल मिलाकर विभिन्न पार्टी के 14 पदाधिकारियों के बीच महापौर ने अपनी बात रखी।
महापौर ने सभी दलों के पदाधिकारियों से शहर में आपसी सद्भाव के साथ अमन-चैन रखने का आग्रह किया।
उपस्थित पदाधिकारियों ने भी बंद के दौरान शहर में शांति कायम रखने की बात कही। जबकि कांग्रेस के रमेश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी प्रमुख गली मोहल्लों में पहुंचकरआमजन से शांति कायम रखने का आग्रह करेंगे।
बैठक में रामविलास गोस्वामी, दीपक कुशवाह, नरेंद्र पाण्डेय, रामबाबू जाटव, प्रकाश वर्मा एवं मयंक मौजूद थे।